देश के पूर्व उप प्रधानमंत्री  लालकृष्ण आडवाणी  को ‘भारत रत्न’ दिए जाने पर उन्हें सादर नमन सह हार्दिक बधाई : एके शर्मा 

देश के पूर्व उप प्रधानमंत्री  लालकृष्ण आडवाणी  को ‘भारत रत्न’ दिए जाने पर उन्हें सादर नमन सह हार्दिक बधाई : एके शर्मा

मा. प्रधानमंत्री जी को इस हृदयस्पर्शी निर्णय के लिए धन्यवाद

आडवाणी जी हम सभी के प्रेरणास्त्रोत : एके शर्मा

भाजपा के संस्थापक सदस्य और पूर्व उप प्रधानमंत्री लालकृष्ण आडवाणी  को भारत रत्न सम्मान देने की घोषणा पर प्रदेश के नगर विकास एवं ऊर्जा मंत्री  ए.के. शर्मा जी ने उन्हें सादर नमन करते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी को इस हृदयस्पर्शी निर्णय के लिए धन्यवाद दिया है। मंत्री  शर्मा ने कहा कि आडवाणी जी हम सभी के प्रेरणास्त्रोत हैं।

 

ऊर्जा एवं नगर विकास मंत्री  ए.के. शर्मा ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ के माध्यम से लाल कृष्ण आडवाणी को भारत रत्न दिए जाने पर सादर नमन करते हुए बधाई दी है। उन्होंने कहा कि आडवाणी जी भाजपा के संस्थापक है और देश-दुनिया में भाजपा कार्यकर्ताओं के प्रेरणास्रोत हैं। वहीं लाल कृष्ण आडवाणी  भाजपा के सबसे पुराने और बड़े नेताओं में भी शामिल हैं। उन्होंने कहा कि देश की सभ्यता और संस्कृति की पुर्नस्थापना में आडवाणी  का बड़ा योगदान रहा है। आडवाणी  का सफ़र ज़मीनी स्तर पर काम करने से शुरू होकर उप प्रधानमंत्री के रूप में देश की सेवा करने तक का रहा है। उन्होंने देश के गृह मंत्री और सूचना एवं प्रसारण मंत्री के रूप में भी अपनी पहचान बनाई। उनकी संसदीय यात्रा अनुकरणीय और समृद्ध नज़रिए से भरी रही है।

उन्होंने कहा कि लालकृष्ण आडवाणी  2002 से 2004 के बीच अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार में भारत के सातवें उप प्रधानमंत्री का पद संभाल चुके हैं। इससे पहले वह 1998 से 2004 के बीच भाजपा के नेतृत्व वाले नेशनल डेमोक्रेटिक अलायंस (एनडीए) में गृहमंत्री रह चुके हैं। वह उन लोगों में शामिल हैं जिन्होंने भारतीय जनता पार्टी की नींव रखी और अपने पूरे समर्थ के साथ इसे मजबूत भी किया। 10वीं और 14वीं लोकसभा के दौरान उन्होंने विपक्ष के नेता की भूमिका बखूबी निभाई । उन्होंने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के जरिए अपने राजनीतिक कैरियर की शुरुआत की थी। 2015 नें उन्हें भारत के दूसरे बड़े नागरिक सम्मान पद्म विभूषण से सम्मानित किया गया था। आडवाणी भाजपा को मजबूती प्रदान करने तथा जन जन की पार्टी बनाने व बिजेपी के प्रति लोगों का विश्वास जीतने के लिए आधा दर्जन से ज्यादा रथ यात्राएं निकाली, जिसमें ‘राम रथ यात्रा’, ‘जनादेश यात्रा’, ‘स्वर्ण जयंती रथ यात्रा’, ‘भारत उदय यात्रा’ और ‘भारत सुरक्षा यात्रा’ ‘जनचेतना यात्रा’ प्रमुख हैं।

उन्होंने कहा कि वर्ष 1990 में आडवाणी  के कारण ही राम मंदिर आंदोलन के प्रति व्यापक जनभावना जागी। आडवाणी  ने सोमनाथ से अयोध्या तक रथ यात्रा निकाली। लेकिन बीच रास्ते में ही उनकी रथ यात्रा को रामद्रोहियो द्वारा रोक दी गई। बिहार राज्य में लालू प्रसाद यादव ने सीएम रहते उन्हें गिरफ्तार कर लिया। हालांकि इसके बावजूद भी आडवाणी  ने लोगों में राम मंदिर के प्रति जनचेतना जगाने में सफ़ल रहें। आडवाणी  की राम रथ यात्रा से भारतवासियों में अपने आराध्य के प्रति चेतना जागी और उसका परिणाम यह रहा कि आज भगवान श्री राम का भव्य मंदिर अयोध्याधाम में बनकर तैयार हो सका और 22 जनवरी,2024 को  प्रधानमंत्री द्वारा रामलला की प्राणप्रतिष्ठा भी की जा चुकी है।

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