फ़रवरी-2022 से हुई परीक्षाओ सहित अद्यतन तक किसी परीक्षा पारिश्रमिक का भुगतान नहीं
फ़रवरी-2022 से हुई परीक्षाओ सहित अद्यतन तक किसी परीक्षा पारिश्रमिक का भुगतान नहीं
डॉ राममनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय अयोध्या धाम से जुड़ी खबर ।जी हां जहां नयी शिक्षा नीति -2020 के तहत लागू हुई सेमेस्टर प्रणाली के अन्तर्गत समस्त कार्य व शुल्क लिये जा रहे हैं। यहां कि पहले विश्वविद्यालय का बहाना रहता था कि महाविद्यालय परीक्षा शुल्क समय पर नहीं दे रहे हैं लेकिन नयी शिक्षा के अन्तर्गत परीक्षा फार्म भरते समय ही विश्वविद्यालय द्वारा परीक्षा शुल्क छात्रो से ही आनलाईन लिया जा रहा है। फिर वर्ष 2021-22 से अवध विश्वविद्यालय में लागू हुई नयी शिक्षा नीति के तहत स्नातक प्रथम सेमेस्टर की परीक्षा फरवरी -मार्च-2022 में विश्वविद्यालय करवा चुका है तब से अब तक स्नातक चतुर्थ व परास्नातक तृतीय सेमेस्टर की परीक्षा सम्पन्न हो चुकी है। वर्तमान में स्नातक पंचम सेमेस्टर की परीक्षा चल रही है।
लेकिन परीक्षा पारिश्रमिक के नाम पर केन्द्राध्यक्षों, सहायक केन्द्राध्यक्षों व कक्ष परिप्रेक्षको एवं प्रायोगिक मौखिकी परीक्षा के बाह्य एवं आन्तरिक परीक्षको को बताया गया कि अपना आधार नम्बर, पैन नम्बर, बैंक एकाउंट व आईएफएससी कोड महाविद्यालय स्तर से विश्वविद्यालय में फीड करवा दें। उपरोक्त सभी के द्वारा तत्काल प्रभाव से समस्त डाटा महाविद्यालय स्तर से विश्वविद्यालय में को उपलब्ध करवाने के बाद भी आज तक फरवरी-मार्च 2022 में सम्पन्न हुई परीक्षा से सन्दर्भित एक भी पैसा अवध विश्वविद्यालय द्वारा किसी भी केन्द्राध्यक्ष,सहायक केन्द्राध्यक्ष, कक्षपरिप्रेक्षक व आन्तरिक व बाह्य परीक्षको के खाते में आनलाईन स्थानान्तरित नहीं किया जा सका है जिसके कारण परीक्षा कार्य में सभी कर्मियों में भारी असन्तोष के साथ-साथ व्यापक भय बना हुआ है कि कहीं आनलाइन ट्रांजेक्शन के नाम पर विश्वविद्यालय द्वारा घोटाला तो नहीं किया जा रहा है ?
अवध विश्वविद्यालय अनुदानित महाविद्यालय स्ववित्तपोषित अनुमोदित शिक्षक संघ अयोध्या के महामंत्री डॉ जितेन्द्र कुमार त्रिपाठी एवं अवध विश्वविद्यालय स्ववित्तपोषित महाविद्यालय शिक्षक संघ के अध्यक्ष डॉ अनन्त राम सिंह और महामंत्री डा. त्रिभुवन नाथ मिश्र ने संयुक्त बयान में विश्वविद्यालय प्रशासन से अपील किया है कि जब विश्वविद्यालय द्वारा छात्र छात्राओं से परीक्षा शुल्क प्रति सेमेस्टर परीक्षा पूर्व लिया जा चुका है तो परीक्षा सम्पन्न होने के दो दो वर्ष बाद भी विश्वविद्यालय द्वारा परीक्षा पारिश्रमिक का आनलाइन भुगतान न किया नि: सन्देह किसी अनहोनी व घोटाले की अवश्य संकेत करता है। अवध विश्वविद्यालय प्रशासन से अनुरोध है कि तत्काल प्रभाव से स्नातक व स्नातकोत्तर प्रथम सेमेस्टर की परीक्षाओं से लेकर अद्यतन का भुगतान अविलंब किया जाय अन्यथा कि स्थिति में शिक्षक संयुक्त रुप आन्दोलन के लिए बाध्य होगा जिसकी सम्पूर्ण जिम्मेदारी विश्वविद्यालय प्रशासन की होगी।