शीतलहर एवं ठण्ड से बचाव को लेकर जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण द्वारा एडवाइजरी जारी
शीतलहर एवं ठण्ड से बचाव को लेकर जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण द्वारा एडवाइजरी जारी
अम्बेडकर नगर- शीतलहर एवं ठण्ड के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए बचाव को लेकर जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण द्वारा एडवाइजरी जारी की गई है। जिलाधिकारी के निर्देशन में जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण द्वारा ठण्ड से बचाव के लिए गाइड लाइन यानी ठण्ड से बचाव को लेकर क्या करें, क्या न करें, के बारे में विस्तार से बताया गया है। जिलाधिकारी अविनाश सिंह द्वारा बताया गया कि जन सामान्य को ठंड से बचाव हेतु सार्वजनिक स्थलों पर अलाव जलाने के लिए प्रत्येक तहसील को 50-50 हजार रुपया भेज दिया गया है, जनपद में सभी निराश्रितों/असहायों व्यक्तियों को निशुल्क कम्बल वितरण कराया जा रहा है साथ ही निराश्रितों, असहायों एवं राहगीरों के लिए रैन बसेरों की व्यवस्था सुनिश्चित कर ली गयी है तथा ‘उण्ड से बचाव को लेकर नगर निकायों एवं तहसील स्तर पर, वर्तमान समय में 522 स्थानों पर अलाव जलाया जा रहा है। इसके साथ ही अकबरपुर, टाण्डा, जलालपुर नगर पालिका परिषद क्षेत्र में, एवं नगर पंचायत अशरफपुर किछौछा, इल्तिफातगंज, जहांगीरगंज, राजेसुल्तानपुर में एक-एक जगहों पर निराश्रितों, असहायों एवं राहगीरों के ठहरने के लिए रैन बसेरे स्थापित किये गये हैं। रैन बसेरे में कोई भी निराश्रित, असहाय अथवा राहगीर निःशुल्क रूक रहे है। सभी रैन बसेरों में शासन के निर्देशानुसार समुचित व्यवस्था की गयी है। प्रत्येक रैन बसेरों में समस्त आवश्यक व्यवस्था सुनिश्चित कराने हेतु नोडल अधिकारी और केयर टेकर नियुक्त किये गये हैं, जो रैन बसेरों में समस्त आवश्यक व्यवस्था सुनिश्चित करायेंगे।
डॉ० सदानन्द गुप्ता, अपर जिलाधिकारी (वित्त एवं राजस्व), अम्बेडकरनगर ने बताया कि ठण्ड से बचने के लिए सर्दियों में तिल का सेवन करना काफी फायदेमंद होता है। इसके अलावा खजूर का सेवन करें, खजूर में विटामिन-ए. विटामिन-ची, कैल्शियम, पोटैशियम और अन्य विटामिन्स भरपूर मात्रा में मौजूद होते हैं जिससे शरीर को पर्याप्त पोषक तत्व मिलते हैं। सर्दी में अंडे का भी सेवन करना चाहिए, अंडे में प्रोटीन और अन्य पोषक तत्व पर्याप्त मात्रा में पाए जाते हैं। इसके साथ ही गुरा, अदरक, शहद और हल्दी दूध आयुर्वेदिक गुणों से भरपूर है. इसका सेवन भी बहुत फायेदमंद होता है। विशेष परिस्थितियों के लिए इंधन बचाकर रखें। शरीर को गर्म रखने हेतु पेय पदार्थों एवं पौष्टिक आहार का सेवन करते रहें। शरीर में कंपकपी होने, अंगों के सुन्न होने, हाथ पैर, कान पर सफेद या पीले रंग के दाग पड़ने पर तुरन्त डाक्टर से सम्पर्क करें। शराब या मदिरा का सेवन न करें क्योंकि यह शरीर के तापमान को कम कर देता है। इसके साथ ही सर्दी के दौरान कोहरे के कारण होने वाली सड़क दुर्घटनाओं से भी बचने के लिए सुरक्षा उपायों को अपनाने की सलाह दी गई और सबसे जरूरी बात यह कि अपने पशुओं को रात में ढक कर रखें तथा उन्हें सड़कों पर खुला न छोडे।
सूर्यमान, जिला आपदा विशेषज्ञ द्वारा जनसामान्य को ठण्ड से बचाव के बारे में जागरूक करते हुए बताया गया कि हमें लगातार समाचार पत्रों, रेडियो एवं टीवी के माध्यम से मौसम की जानकारी लेते रहना चाहिए। कान, नाक व गले को ढक कर रखें। कई परत वाले गर्म कपड़े पहनें। कमरे को गर्म रखने के लिए दरवाजा, खिडकी बन्द रखे। ठण्ड से बचने के लिए सावधानी बरतते हुए लकड़ी, कोयले की अंगीठी, हीटर या ब्लोअर आदि का प्रयोग करते है तो कमरे की खिड़कियां खोल कर रखें ताकि अंगीठी से उत्पन्न होने वाले जहरीले धुएं से आपको नुकसान न हो तथा कमरे में आक्सीजन की कमी न होने पाये। ठण्ड में घर के अन्दर सुरक्षित रहें, जब तक बहुत आवश्यक न हो, तब तक घर से बाहर न निकलें। स्नान एवं पीने हेतु गर्म पानी का प्रयोग करें।