जीएसटी के द्वारा एक कर एक बाज़ार की अवधारणा स्थापित हुई: प्रदीप जैन

जीएसटी के द्वारा एक कर एक बाज़ार की अवधारणा स्थापित हुई
1. प्रत्यक्ष अप्रत्यक्ष के टैक्स रेट और स्लैब मे कोई बदलाव नहीं।
2. पुराने आयकर केस वित्तीय वर्ष 2009-10 के 25000 तक की डिमांड व वित्तीय वर्ष 2014-15 तक 10000 rs की डिमांड वाले केसो को निरस्त करने की घोषणा की। इससे कई लाख पेंडिंग केसों से राहत मिलेगी।
3. विद्युत क्षेत्र मे आपूर्ति में आत्म निर्भर बनाने के लिए प्रोत्साहन हेतु हर घर सौर ऊर्जा पैनल स्थापित करने के लिए विशेष अनुदान।
जो विद्युत उत्पादकता मे एक revolution/ क्रांतिकारी कदम है। इससे हरित ऊर्जा उत्पन्न होने से वायु प्रदूषण को रोकने मे बहुत मदद मिलेगी।
4. Survical कैंसर से बचाव के लिए 9 से 14 वर्ष की बच्चियों को टीकाकरण
5. नए स्टार्ट अप को प्रोत्साहित करने हेतु छूट की सीमा अवधि 31 मार्च 2025 तक बढ़ाई।
पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए ब्याज मुक्त ऋण राज्यों को देने की बात कही जिससे नवीन रोजगार के साथ साथ व्यापार भी बढ़ेगा।
सार्वजनिक परिवहन मे E वाहन को प्रोत्साहन देने की बात कही।
तीन नए रेल गलियारों के माध्यम से यातायात, माल परिवाहन, यात्री सुविधाओं मे मदद मिलेगी।

*एक अंतरिम बजट होते हुए भी इसमें सरकार की भविष्य की योजनाओं की पूर्ण झलक दिख रही है।*
*चुनावी वर्ष होते हुए भी बड़ी निर्भीकता के साथ समाज सुधार के साथ एक मजबूत आत्मनिर्भर भारत की परिकल्पना इस बजट में दिख रही है।

प्रदीप कुमार जैन
प्रदेश उपाध्यक्ष/जिलाध्यक्ष
उप्र उद्योग व्यापार प्रतिनिधि मण्डल पंजीकृत,
प्रदेश वरिष्ठ उपाध्यक्ष अंतर्राष्ट्रीय वैश्य महासम्मेलन उप्र,
सदस्य व्यापार बन्धु,
सदस्य श्रम बन्धु
सदस्य IIA,
सदस्य EPCH नई दिल्ली,

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